सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को अब 45 दिन के भीतर भुगतान अनिवार्य रूप से करना होगा, (MSMEs troubled by mandatory payment in 45 days) अन्यथा उन्हें अपनी आय में खरीदारी की रकम को शामिल करना होगा और 30% तक का टैक्स देना होगा। यह नियम 1 अप्रैल से लागू होगा।
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एमएसएमई (MSME)
“भारत सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए ‘एमएसएमई’ शब्द का प्रयोग किया है, जिसका मतलब होता है सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्यम। इसे भारत सरकार ने ‘एमएसएमईडी’ (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास) अधिनियम 2006 के तहत प्रस्तुत किया गया है।”
एमएसएमई दो तरह के होते हैं:
- मैनुफैक्चरिंग उद्यम
- सर्विस एमएसएमई इकाई
“एमएसएमई सेक्टर ने भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान किया है, जिसका प्रमुख हिस्सा विनिर्माण में लगभग 45% की हिस्सेदारी के रूप में आता है।”
“एमएसएमई उद्योग पंजीकरण, जिसे भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए एक पंजीकरण प्रक्रिया माना जाता है, एक महत्वपूर्ण कदम है। इसे आमतौर पर उद्योग आधार पंजीकरण के रूप में भी जाना जाता है। यह पंजीकरण प्रक्रिया सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) के माध्यम से संचालित होती है, और पंजीकरण प्रमाणपत्र भारत सरकार द्वारा प्रमाणित किया जाता है।”
MSME का विरोध: MSMEs troubled by mandatory payment in 45 days
एमएसएमई इस नियम का विरोध कर रहे हैं और 45 दिन की जगह 90 दिन की मोहलत चाहते हैं। टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े एमएसएमई ने इस संबंध में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री से भी मुलाकात की है।
फिस्मे ने क्या कहा:
फेडरेशन ऑफ इंडियन माइक्रो, स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (फिस्मे) का कहना है कि अगर 31 मार्च तक एमएसएमई का भुगतान नहीं होता है तो खरीदारी की रकम खरीदार की आय में शामिल हो जाएगी और उन्हें टैक्स देना होगा। बाद में भुगतान करने पर अगले साल सरकार से टैक्स रिफंड के रूप में वापस लिया जा सकता है।
सरकार का तर्क:
सरकार ने एमएसएमई को किए जाने वाले भुगतान में देरी की समस्या को दूर करने के लिए यह नियम लाया था। एमएसएमई लंबे समय से भुगतान की समस्या का समाधान करने की मांग कर रहे थे।
निष्कर्ष:
यह नियम एमएसएमई के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन 45 दिन की समय सीमा उन्हें परेशान कर रही है। एमएसएमई 90 दिन की मोहलत चाहते हैं ताकि वे आसानी से भुगतान कर सकें।
FAQ’S
Q. MSME का अर्थ क्या है?
Ans- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सहायक इकाइयों के रूप में बड़े उद्योगों के पूरक हैं और यह क्षेत्र देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में बहुत अधिक योगदान देते हैं ।
Q. एमएसएमई की रजिस्ट्रेशन फीस कितनी है?
Ans- अब, एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के लिए कोई भी रजिस्ट्रेशन फीस जमा करने की आवश्यकता नहीं है। अब से, व्यक्ति को पहले अपने उद्योग को एमएसएमई की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा। इसके बाद, एमएसएमई मंत्रालय द्वारा उद्यमी को स्थाई एमएसएमई पंजीकरण संख्या प्रदान की जाएगी।”
Q. एमएसएमई के लिए कौन पात्र है?
Ans- “एमएसएमई से संबंधित लोन की पात्रता में कुछ महत्वपूर्ण मापदंड हैं। लोन के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक की उम्र 18 वर्ष से लेकर 75 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उसके बिज़नेस का अनुभव कम से कम 3 साल का होना आवश्यक है। आवेदक के पास CA प्रमाणित या ऑडिटेड बैलेंस शीट होनी चाहिए। लोन के लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए आवेदक का व्यापार प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लिमिटेड कंपनी, या एलएल कंपनी होनी चाहिए।”
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